तनाव मनुष्य के शरीर पर बुरा असर डालती है।
भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में हर कोई इतना खो गया है कि उन्हें अपनी खबर तक नहीं। इस भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में तनाव एक समस्या बन चुकी है। छोटे से ले कर बड़ा, आज हर व्यक्ति इस समस्या से जूझ रहा है। और यह तनाव की स्थिति तब होती है जब किसी काम का या बात का किसी चीज़ का कोई दबाव या प्रेशर होता है तो तनाव की स्थिति बढ़ जाती है। इस तनाव के कारण ज़िन्दगी के हर पहलू पर नकारात्मक रूप से सोचने लगते हैं। यह समस्या शारीरिक रूप से कमज़ोर करने के साथ-साथ भावनात्मक रूप से भी आहत करती है। इससे ग्रस्त व्यक्ति अपने जीवन का आनंद नहीं ले पाता है ना ही खुलकर जी पाता है और न तो ठीक से काम कर पाता है। और उनके जीने की इच्छा भी ख़त्म हो जाती है ऐसे में अक्सर लोग आत्महत्या कर लेते हैं। इसलिए तनाव मनुष्य के जीवन पर बहुत बुरा असर डालता है|
क्या होता है तनाव?
डॉक्टर, के अनुसार मनुष्य का उदास या निराश होना स्वाभाविक है, लेकिन यह एहसास काफी लंबे समय तक बना रहे तो समझ जाइए कि वह तनाव की स्थिति में है। यह एक ऐसा मानसिक विकार है, जिसमे व्यक्ति को कुछ भी अच्छा नहीं लगता। उसे अपना जीवन नीरस, खाली-खाली और दुखों से भरा लगता है और ऐसे व्यक्ति अपनी दुनिया में जीते हैं। हर व्यक्ति को अलग-अलग कारणों से तनाव हो सकता है।
किसी बात या काम का अत्यधिक दबाव लेने से यह समस्या पैदा हो जाती है।
महिलाएं अधिक है तनाव का शिकार
तनाव पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को ज़्यादा प्रभावित करता है। ज़्यादातर महिलाएं तनाव का शिकार हैं। इसमें कामकाजी महिलाओं की तादाद अधिक है। घरेलु महिलाओं को घर के माहोल से तनाव होता है। वही कामकाजी महिलाएं घरेलू व बाहरी दोनों कारणों से तनाव की शिकार हो रही है।
तनाव के कारण
- आर्थिक परेशानी।
- पुरानी या गंभीर बीमारी की वजह से।
- वैवाहिक, प्रेम और पारिवारिक संबंधो में दरार आना।
- ऑफिस का प्रेशर।
- ऑफिस के कार्यभर व जिम्मेदारियों की अधिकता।
- करियर में ग्रोथ ना होना।
- किसी काम के लिए न नहीं कह पाना।
- साधारण बीमारी के लिए दवा का प्रयोग करना।
- नशीली पदार्थों का अधिक सेवन करना।
तनाव के लक्षण
- नींद न आना।
- ब्लड प्रेशर बढ़ना।
- निराशा।
- चिड़चिड़ापन।
- सिरदर्द।
- ख़राब स्वास्थ्य।
- आत्महत्या की सूझना।
- थका हुआ महसूस करना।
- दिल तेज़ी से धड़कना।
- इम्यूनिटी सिस्टम कमज़ोर होना।
- किसी भी काम में मन न लगना।
- छोटी-छोटी बात पर गुस्सा करना।
तनाव दूर करने के उपाए
- तनाव से निजात पाने के लिए सबसे पहले अपनी जीवनशैली बदलें। किसी भी काम या बात पर अधिक सोचना कम करें।
- मेडिटेशन और योग करें। मेडिटेशन मानसिक और शारीरिक रूप से आपको पूरी तरह स्वास्थ्य रखता है।
- नकारात्मक सोचना बंद करें, और नकारात्मक लोगों के साथ बात-चित कम करें या उनसे बचें। सकारात्मक सोच वाले लोगों के साथ रहने से आप पर सकारात्मक प्रभाव पढ़ता है।
- नींद पूरी लें, लेकिन ज़रूरत से ज़्यादा न सोएं। सोने का और सुबह उठने का एक समय निश्चित रखें।
- बेवजह की बातों पर सोच-विचार ना करें और बहेस करने से बचें। इस कारण तनाव और बढ़ता है।
- घुट-घुट कर न रहें, अपनी परेशानियों को दोस्तों और परिवार के साथ साझा करें। इससे आपकी तकलीफ कम होंगी।
- अपने परिवार या दोस्तों के साथ बाहर घुमने जाएं जहाँ प्राकृतिक खूबसूरती के साथ शांति और सुकून मिले, खुली हवा में साँस लेने से मन-मस्तिष्क दुरुस्त होते हैं।
- शराब और ध्रूमपान का सेवन न करें।
- शारीरिक क्षमता से अधिक काम बिलकुल भी न करें। काम में लगे रहने से तनाव की स्थिति पैदा होती है।
10.किसी भी समस्याओं के बारे में सोचने के बजाए उनके समाधान निकलने की कोशिश करें।
11.तनाव की स्थिति में ऑयली और जंक फ़ूड न खाएं। केवल पौष्टिक और संतुलित आहार ही लें।
ज़्यादा तनाव मनुष्य के लिए खतरा पैदा कर सकता है और यह एक बड़े खतरे के रूप में परिवर्तित हो सकता है। तनाव इंसान को डिप्रेशन में ले जाता है। तनाव के लक्षण नज़र आएं तो मनोचिकित्सक से मिलिए।
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Written By
Tabassum Shah
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